कई देशों की वायु सेना का प्रमुख हथियार है एमआई-17.....


नई दिल्ली। जामनगर में एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 हवा में एक-दूसरे के संग टकराने से आठ लोगों की मौत हो गई है। एमआई -17 हेलिकॉप्टर सोवियत यूनियन द्वारा पहली बार बनाया गया था। यह हेलिकॉप्टर कई देशों की वायु सेना में एक अहम भूमिका निभाता है। यह हेलिकॉप्टर देश की वायु सेना में लड़ाकू हथियार के तौर पर काम करता है। अफगान आर्मी, यूएस आर्मी, रसियन आर्मी,श्रीलंकन आर्मी, इंडियन आर्मी सभी के पास बड़ी तादाद में मौजूद है। यह हेलिकॉप्टर एक साथ सेना के 30 से अधिक बटालियन व 13 सैनिकों को ले जा सकता है। यह हेलिकॉप्टर सेना के हथियार व भारी तादाद में युद्ध की अन्य सामग्र्रियों को लेजाने में सक्षम है। 

वर्ष 2008 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत को एमआई 8 के बदले एमआई-17 मुहैया कराने की योजना बनाई गई थी। भारत ने इस वर्ष 80 एमआई-17 हेलिकॉप्टर खरीदने की योजना बनाई थी, जिसमें भारतीय वायु सेना को यह हेलिकॉप्टर वर्ष 2010-2014 तक मुहैया कराने की बात कही गई थी। लेकिन वर्ष 2012 तक सेना के पास 50 से अधिक हेलिकॉप्टर आए हैं। फिलहाल भारत के पास सबसे अधिक मात्रा में यह हेलिकॉप्टर मौजूद है।

कार्गिल युद्ध के दौरान इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था। यही नहीं यह हेलिकॉप्टर काफी पहले से युद्ध में इस्तेमाल किए जाते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भी इन हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया था। 


इन हेलिकाप्टरों से हुए हादसे

वर्ष 2003 के दिसबंर माह में पोलिश वायु सेना एमआई 8 बोर्ड के साथ दुर्घटनाग्रस्त होकर प्रधानमंत्री मिलर की मौत हो गई थी। 
जुलाई, 2005 के अंत में, जॉन  युगांडा के राष्ट्रपति की दुर्घटनाग्र्रस्त होकर मौत हो गई थी।

12 जनवरी 2008 को, एक मासेदोनियन सशस्त्र बलों के एमआई 17 दुर्घटनाग्रस्त होने से सभी तीन चालक दल के सदस्यों और आठ यात्रियों की मौत हो गई।

19 नवंबर 2010, भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर एमआई -17 बोर्ड पर सवार अरुणाचल प्रदेश के सभी 12 लोग मारे गए थे।
मई 18, 2012 में सैन फेलिप, वेनेजुएला में प्रशिक्षण के लिए गए चार लोग मारे गए थे।

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