माओवादियों के निशाने पर उद्योग जगत
नई दिल्ली। हरियाणा के मानेसर मारुति प्लांट में हुई आगजनी व तोडफ़ोड़ की घटना के बाद खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी ने सभी के होश फाख्ता कर दिए हैं। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना में माओवादियों का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।
एजेंसियों के मुताबिक वारदात के बाद घटना स्थल से कुछ ऐसे सामान बरामद हुए हैं, जिससे यह अंदाजा लगाना काफी आसान हो गया है कि इस हमले के पीछे माओवादियों का हाथ है। गौर करने की बात तो यह है कि अब माओवादी सिर्फ जंगलों तक सीमित नहीं रह गए हैं,उनका दायरा अब सरकार और सुरक्षा बलों से आगे बढ़कर उद्योग जगत तक पहुंच गया हैं। इस हमले से यह संकेत मिलता है कि अब माओवादी औद्योगिक इकाईयों को अपना निशाना बना रहे हैं। मानेसर प्लांट में हुई घटना ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में यह सिर्फ सरकार के लिए ही नहीं बल्कि उद्योग जगत के लिए भी खतरे की घंटी हो सकती है।
हमले के बाद यह तो स्पष्ट हो गया है कि माओवादी अब बड़ी कंपनियों को अपना निशाना बना रहे हैं और उनपर विचार कर रहे हैं। अब माओवादियों का मकसद औद्योगिक इकाईयों में हिंसा फैलाकर देश की अर्थ व्यवस्था को कमजोर करना है। अगर खुफिया विभाग को मिली जानकारी सही साबित होती है तो एजेंसी व सुरक्षा विभाग के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी।
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