कोमल हूं कमजोर नहीं..मैं नारी हूं..


नारी वो जो सूर्य-सी उदय हो, वो जिसके हृदय में धूप का ज्वालाकण हो, वो जो शीत की हर लहर सी अनछुई हो..नारी वो जो हर कदम पर अपने त्याग की भावना से रिश्ते को सींचती है। नारी वो जो खुद को हर रिश्ते में ढाल लेती है, नारी वो जो फूलों में खुशबू की तरह बसती हो, वो जो सूरज में रोशनी भरती हो। वो कभी वक्त आने पर ज्वाला की तरह जल जाती है तो कभी मां की ममता सी कोमल हो जाती है। वो कहते हैं ना,'न मां बनी मैं मां बनकर, सोई कांटों की सेज में जाकर, हर युग ने मुझको तरसाया, भावना ने मुझे मेरी बहकाया'। नारी हर युग में अलग-अलग रूप लेकर आती है। नारी शक्ति के भिन्न-भिन्न रंग को गानों में उतारा गया है। नारी की पहचान पर कई गाने बने हैं, जिसमें नारी शक्ति का परिचय दिया गया है।
महिलाओं की शक्ति पर आधारित गाने
-फिल्म लज्जा में महिलाओं के रौद्र रूप को दिखाया गया है। कलयुग की सीता के हरण की पूरी कहानी इसमें व्यक्त है। मत पूछ मेरे बैरागी..इस गाने में सीताहरण को दर्शाया गया है। गाने में दिखाया गया है कि किस तरह से महिलाओं पर बुरी नजर डाली जाती है। इस गाने में बार-बार कहा गया है कि अगर महिलाओं की इज्जत की साख पर हाथ डाला जाए तो उसका अंत तय है। रावण का जिस तरह से अंत हुआ है उसी तरह महिलाओं की आबरू के साथ खेलने वाले को भी बख्शा नहीं जाएगा।
-आशा भोसले ने अभिनेत्री स्मिता पाटिल पर एक गाना गाया था। नारी कोमल है लेकिन कमजोर नहीं..इस गाने में स्मिता पाटिल ने साबित कर दिया था कि वक्त आने पर नारी फूल से कांटा बन सकती है। अपने हक के लिए लड़ सकती है। जिसने जीवन दान दिया है उसके जीवन के साथ खिलवाड़ करने वालों की खैर नहीं है। उसके सब्र का इम्तहान न लो।
-फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में भी वुमनिया पर एक गाना बनाया गया है। इसके अलावा नारी शक्ति पर कई वीडियो बने, कई फिल्में भी बनीं। रियालटी शो सत्यमेव जयते में भी नारी की शक्ति का प्रदर्शन किया गया है।
-राम संपत का गाया हुआ गाना ओ री चिरय्या इस गाने में नारी को प्यार की मूरत कहा गया है। इस गाने में कहा गया है कि नारी एक चिड़िया जैसी होती है जो कुछ दिनों बाद उड़ जाती है। जिस भी घर जाती है उसी को रोशन कर देती है।
-एक और गाना ..मुझे क्या खरीदेगा रुप्पया इस गाने में नारी को किसी समान के साथ तुलना करने की बात पर नाराजगी जताई गई है। इस गाने में औरत को सम्मान देने की बात कही गई है। शादी के समय उसे दहेज के नाम पर पराये घर बेच दिया जाता है। नारी का अपना कोई अस्तित्व नहीं है वो तो बस धन की एक थैली है जिसे लोग खरीदते और बेचते हैं।
-दिल्ली गैंगरेप की घटना तो आज तक लोग भूल नहीं पाए हैं। इस घटना के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे। सोशल नेटवर्किग साइट्स, मीडिया में हर तरफ विरोध की ही गूंज सुनाई दी। लोगों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए कई वीडियो बनें कई गाने बने।
-आह्वान जैसे म्यूजिक बैंड ने एक ऑडियो लांच किया जिसमें कहा गया कि नारी जहां जन्म लेती है वहीं उसकी जिंदगी को तार-तार किया जाता है। अपने ही घर में वो सुरक्षित नहीं है।
-मेरी आवाज सुनो इस वीडियो में कहा गया कि नारी वैसे तो प्यार की मूरत है लेकिन वक्त आने पर वो हिंसक भी बन सकती है। अपने हक के लिए लड़ भी सकती है।
-नूतन के एक वीडियो में नारी की क्षमता को सूर्य जैसा तेज, समुद्र जैसा गंभीर, चंद्रमा सा शीतल, पर्वतों की सी मानसिक उच्चता की तरह देखा गया है।

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