मेरा जिस्म मेरा है, तुम्हारी जागीर नहीं

सुनो अब एक उल-जुलुल फैसले पर चर्चा शुरू हो गई है। कोई अंजान मर्द अगर आपकी इज्जत पर हाथ डाले या आपसे जबरदस्ती करे तो वो रेप लेकिन अगर आपका पति जिसने आपसे समाज के सामने शादी की है वो अगर आपकी इच्छा के बगैर आपको छूता है तो कोई बात नहीं।
अरे वो पति है भाई उसने समाज के सामने भरी महफिल में आपका हाथ थामा है आपके दामन को दाग-दार होने से बचाने की कसम खाई है। वो कैसे गलत हो सकता है। वो शादी के बाद जो चाहे कर सकता है। उसकी जागिर है ना पत्नी तो। वो दूसरे मर्द की नजर से आपको बचाने का वादा करता है लेकिन खुद आपकी इज्जत नहीं करता। वाह रे..आपका मन न हो, आप दर्द में हो तकलीफ में हो, पीरियड में हो लेकिन क्योंकि वो आपका पति है तो अगर वो चाहे आपको छूना तो आप मना नहीं कर सकती हैं और इस पर कानून कहता है कि अगर पति आपके साथ सेक्स करता है आपकी मर्जी के बगैर भी तो वो रेप नहीं है। 

मेरी दोस्त, उसकी शादी एक ऐसे शख्स से हुई जिससे वो मोहब्बत नहीं करती लेकिन शादी तो हो गई। शादी के बाद की सारी रस्मे उसने निभाई बस अपना दिल पति से नहीं जोड़ पाई। चलो वो भी कर लेती उसे थोड़ा वक्त तो दिया जाता। एक दिन वो पीरियड में थी और उसके पति ने उसके साथ जिस्मानी रिश्ता बनाने की कोशिश की, उसने खूब मना किया, लेकिन उसकी कहां चलनी थी। पीरियड में एक औरत की शरीर की हालत बहुत नाजुक होती है, ऐसे में उसके साथ सेक्स। 
जब उसने मना किया तो पति ने उसे खूब मारा और उसी ह में उसके साथ जबरदस्ती की। रो-रोकर उसके बुरे हाल हो गए। बद में उसने मुझे कॉल करके अपना दर्द बांटा। कुछ कर नहीं पाई मैं लेकिन मन किया उसके पति की ऐसी -तैसी कर दूं। यही होता है हमारे साथ। हमारा जिस्म शादी के बाद हमारा नही रहता । ये कुछ अजीब नहीं है, हमारा शरीर लेकिन वो किसी और की मर्जी से चलेगा। शादी हो गई इसका मतलब सेक्स करना है और अगर आपकी रुह आपको इस बात की गवाही न दे तो भी...
बचपन से लेकर कॉलेज जाने तक यहां तक की ऑफिस में नौकरी करने तक एक लड़की को उसकी आबरू सलामत रखने की नसीहत दी जाती है, लड़की के लिए उसकी इज्जत ही उसका गहना है, किसी और की गंदी नजर उसपर ना पड़े इसलिए उसका बहुत ख्याल रखना है और शादी के बाद पति को उसके साथ खेलने का हक मिल जाता है। 
पिछले दिनों कोर्ट ने तो यहां तक कहा कि अगर 18 साल की शादी-शुदा लड़की के साथ ऐसा कुछ होता है तो वो रेप नहीं माना जाएगा। वाह, और अगर इससे छोटी उम्र की लड़की के साथ ऐसा होता है तो उसे रेप कहेंगे। लेकिन कानून खुद दोहरी बात कह रहा है। पहली तो ये कि 15 साल की लड़की जो बालिग नहीं है उसकी शादी कैसे हो सकती है, सेक्स तो दूर की बात है। जबरन संबंध बनाना भले ही वो शख्स आपका अपना है या कोई पराया, वो काननन अपराध है। एक औरत का जिस्म उसकी आत्मा से जुड़ा होता है। जब आत्मा से आत्मा का मिलन होता है तभी उसे सही माइने में प्रेम कहते हैं, वो अगर अपना शरीर सौंप भी देती है तो भी आप उसकी रुह से नहीं मिल पाएंगे। रुह का रिश्ता बहुत ही अटूट होता है।

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